काली मिर्च की खेती से करे कमाई लाखो में, जानिए पूरी प्रक्रिया
आज हम इस आर्टिकल में एक ऐसे शख्स के बारे में जानकारी देने वाले हैं कि इस व्यक्ति ने सिर्फ 10 हजार रुपए से खेती करने का शुरू किया था और आज वो खेती से 17 लाख रुपए कमा रहे हैं इसके बारे में पुरी जानकारी इस आर्टिकल में मिलने वाली है तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़े
आज हम जिस व्यक्ति के बारे में जानकारी देने वाले हैं उस व्यक्ति का नाम नानादरो बी. है नानादरो बी. का घर पश्चिम गारो हिल्स की पहाड़ियों में है इसके घर के आस पास जगह पर काली मिर्च की खेती होती है इस के इलाके में लोग जब प्रवेश करते हे तब काली मिर्च मसाला की चारो ओर से खुश्बू आती है
शुरू की खेती 5 हेक्टेयर में: नानादरो बी. अपने ससुराल की ओर से 5 हेक्टेयर खेती साल 1980 में विरासत में ये जमीन मिली थी जिसमे लगभग 3400 पेड़ उन्होने काली मिर्च के लगा दिया था 10 हजार की लागत से उन्होने खेती शुरू की थी उन्होने शुरू में सिर्फ 10 हजार रुपए की लागत से खेती शुरू की थी, लगभग 10 हजार पेड़ उन्होने लगाए थे पेड़ो की संख्या साल बीतने के साथ ही नानादर मारक ने बढ़ा दी इस के इलाके में दुसरे किसान हानिकारक रसायनों से खेती करते थे और नानादर मारक ने जैविक खेती इस से विपरीत शुरू की थी
बढ़ावा जैविक खेती को: पर्यावरण का पूरा ख्याल खेती के दौरान नानादर बी. मारक रखा है पूरा गारो हिल्स पहाड़ी और इलाका जगली है उन्हें पूरा सहयोग मिला राज्य कृषि और बागवानी विभाग का, नारद ने अपने इलाके की खेती और ज्यादा पढ़ाने में मदद की थी दुनियां भर में इसकी काली मिर्च की माग है
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सम्मानित किया केंद्र सरकार ने: काली मिर्च का उत्पादन 19 लाख रुपये का उन्होंने साल 2019 में किया था बढ़ती ही जा रही थी उनकी कमाई दिनो दिन, बढ़ावा देने के लिए जैविक खेती को नानादर बी. मारक को इस साल 72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर और देश के प्रेरणास्रोत बनने के लिए अन्य किसानों के लिए इन्हे सन्मानित किया है
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खेती कैसे करते हैं: नानादर बी मारक काली मिर्च के पौधे 8-8 फीट की दूरी पर लगाते हैं इतनी दूरी दो पौधों के बीच जरूरी है इससे सुविधा पौधों को बढ़ने में मिलती है कुछ समय पनीमे भिगो कर रखा जाता है क्यों की दाने को निकाल ने के लिए ओर बाद में पानी से बहार निकाला कर उसको सुखाया जाता है इसे अच्छा रंग मिलता है थ्रेशिग मशीन का इस्तेमाल फली पौधों से तोड़ने के लिए किया जाता है ताकि फली तोड़ ने में टाइम भी ना लगे और काम भी तेजी से हो पाए
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